गलतिया सब से होती है बड़े बड़े से भी होती है ! ये एक प्रमाणिक तथ्य है की लम्बे समय में इक्विटी ही सब से जायदा मुनाफा देती है , इक्विटी जितना रिटर्न कोई दूसरा एसेट क्लास नहीं देता | ये बात हर बड़ा निवेशक जानता है पर फिर भी दुसरे एसेट में निवेश करने की गलती हो जाती है |
एसी ही गलती हुई थी दिग्गज इक्विटी निवेशक राकेश झुनझुनवाला से ! 2005 मे उन्होंने क्रिसिल के 27 करोड़ के शेयर बेचकर मुंबई में घर खरीदा था जिसकी 2014 में कीमत बढ़ कर हो गयी थी 50 करोड़ | 9 साल में 27 करोड़ बढ़कर हो गए 50 करोड़ यानी की उनके घर की कीमत में सालाना 7% वृद्धि हुई | शायद ये 7% की सालाना बढ़ोतरी सुन कर अच्छा लग रहा है पर अगर उन्होंने अपने शेयर न बेचे होते तो उन्हें बहुत ज्यदा मिलता है |
क्रिसल के वही 27 करोड़ के शेयर 9 साल में बढ़कर 700 करोड़ के हो गए होते और साथ में 50 करोड़ का डिविडेंड भी मिला होता | 27 करोड़ के शेयर 9 साल में बढ़कर 700 करोड़ यानिकी 44% की सालाना वृद्धि | इस प्रकार उन्हें शेयर बेचकर प्रॉपर्टी में निवेश करने से हो गया 650 करोड़ का घाटा | इसका उन्हें काफीअफ़सोस रहा है जिसे उन्होंने अपने इंटरव्यू में कहा है |
हमारे पास भले ही राकेश झुनझुनवाला जितना पैसा न हो पर हम भी गलत निवेश करने की गलती कर देते है | अपने शुरवाती करियर के समय प्रॉपर्टी में निवेश करने की गलती बहुत लोग करते है | वह अपने पैसे को एक एसे एसेट में फंसा देता है जहा कम ग्रोथ होती है | इक्विटी से लम्बी अवधि में हमेशा रिटर्न जायदा ही मिलता है इसलिए करियर के शुरवाती दौर में सबसे अच्छा निवेश इक्विटी ही होता है | अपने करियर के पहले २० साल साल हमें एसे एसेट में ही निवेश करना चाहिए जहा ज्यादा ग्रोथ हो सके |