डोनाल्ड ट्रंप की कही हुए ये बाते आपके काम की हो सकती है

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डोनाल्ड ट्रंप आज अमेरिका के राष्ट्रपति है , पर वह सफल बिजनेसमेन एवं रियल एस्टेट निवेशक भी रहे है | द अपरेंटिस नामक टेलीविजन रियलिटी शो और अपने विशेष शब्दों यूं आर फायर्ड के लिए प्रसिद्ध रहे है | उनके कहे ये कुछ वाक्य आपके काम के हो सकते है 

१. सोचना आपको ही है तो क्यों न उत्कृष्ट विचार से शुरुआत की जाय |

२. मेने कई बार कड़े निर्णय लिए है , क्योकि मुझे अपने फायदे और नुक्सान का भी ख्याल रखना पड़ता है |

३. किसी भी व्यवसाय के दावपेच केवल एक ही व्यक्ति कभी नहीं समझ सकता | आप कितने भी पढ़े लिखे हो , अनुभवी , चालाक या समझदार हो |व्यवसाय की पूरी समझ एक ही व्यक्ति में होना संभव नहीं है |

४. खूब निरिक्षण कीजिये , पढ़िए, सीखिए और सुनाने के लिय कान खुले रखिये | जिस दिन यह विचार आपके मन में पैदा हो गया की ‘में सब कुछ जानता हु ‘ उसी दिन से आपका विकास रुक जाएगाया |

५. हा , मेने कई लोगो को नौकरी से निकाला है , लेकिन मैं अक्सर येही चाहता हु की मेरे लिए ये काम कोई और कर दे , क्योकि किसी को नौकरी से निकालना मुझे पसंद नहीं है | जब भी में रास्ते से गुजरता हु तब कई लोग मेरे पीछे से चिल्लाते है यु आर फायर्ड

. रियल एस्टेट का व्यवसाय मुझे बहुत अच्छा लगता है | यह वास्तविक  है , और इसमें सौन्दर्य है ,  कला है

जीवन में सब कुछ किस्मत पर निर्भर करता है |

मैं लक्ष्य हमेशा ऊँचा रखता हु | सौदेबाजी से सीधी बात करता हु और जब तक सौदा पूरा नहीं हो जाता , चैन से नहीं बैठता | कभी कभी अपेक्षित परिणाम नहीं मिलता , लेकिन जायदातर मामलो में परिणाम मेरे मन मुताबिक ही होता है |

अनुभव ने मुझे कई चीजे सिखाई है | सबसे पहली बात अपनी आत्मा की आवाज सुने, भले ही कागज़ पर खीचा गया खाका  आपको बहुत अच्छा लग रहा है |दूसरी बात , जिस काम में माहिर हो वाही करे | तीसरी महत्वपूर्ण बात की कभी कभी वही आपका सबसे अच्छा निवेश होता है , जो आप नहीं कर पाए है |

१० अपनी अतीत की गलतियो से मैं सीखता जरुर हु , लेकिंग भविष्य को बेहतर बनाने के लिए मैं अपने वर्तमान पर ध्यान देता हु , असली आनंद इसी में है |

११ काम और ख़ुशी के बीच संतुलन बनाने का प्रयास न करे | ये  हो ही नहीं सकता | आप आपने काम को ही आनंदायक बना ले , तो बेहतर होगा |

१२ आप कितना काम करते है , इसके बजाय महत्वपूर्ण ये  है की आप किस प्रकार का काम करते है |

१३ में धन कमाने के लिए व्यवसाय नहीं करता | बल्कि इसलिए करता हु क्योकि मुझे व्यवसाय नामक इस खेल में आनंद आता है |

१४ विजेता होने का मतलब है यह पता होना की किस बिंदु के बाद रुख जाना है | कभी कभी आपको लड़ाई को बीच में छोड़ना पड़ता है और किसी अन्य अधिक महत्वपूर्ण काम में जुटना पड़ता है |

१५ कभी कभी एक छोटी मोटी लड़ाई हार जाने से असली युद्ध जीतने की रणनीति बनाना आसान हो जाता है |

१६ जो बात सफल व्यक्ति को असफल व्यक्ति से अलग करती है , वह है समस्या सामने आने पर की गई उसकी प्रतिक्रिया

१७ जब कोई आपको चुनौती दे , तो उससे सीना तानकर लड़े , निर्दयी और सख्त बन जाए |

१८ यदि आप में जूनून नहीं है , तो शक्ति भी नहीं होगी और बिना शक्ति के इंसान कुछ भी नहीं कर सकता |

१९ काम शुरू करे , उसे अच्छी तरह पूरा करे और आगे बढ़ जाए

२० हमेशा अपने बारे में सोचे |

२१ डरने से काम नहीं चलता | अपना काम डटकर करे , फिर जो होगा सो होगा |

२२ यदि आपनी सफलता के बारे में आप खुद लोगो को नहीं बतायेगे तो उन्हें पता कैसे चलेगा ?

२३ मेरा अनुभव कहता है की आप असल में जिस बात पर यकीन रखते है , उसे बनाय रखे चाहे इसके लिए कई लोगो का साथ छूट जाए | अंत में जीत आप की ही होगी |

२४ आप जो काम करते है उससे प्यार कीजिये , क्योकि उसी से आप अपने काम में निपुण बनेगे |

२५ कुछ लोग अच्छे चित्र बना सकते है , तो कुछ लोग अच्छा काव्य लिखते है , मुझे सौदेबाजी करने में दिलचस्पी है और इसलिए में बड़े बड़े सौदे करता हु |

२६ जयादातर लोग अपने दायरे  में सीमति रहते है | वे दूर की नहीं सोचते | वे सफलता और जीत के बड़े परिणामे से तथा निर्णय लेने में डरते है | इसी कारन मेरे जैसे व्यक्ति को फायदा हो जाता है |

२७ यदि आप अपनी कार बेचने जा रहे है तो पाच डालर खर्च करके उसे धोकर साफ़ सुथरी बना ले , और थोड़ी पालिश करा ले | आपको आश्चर्य होगा की खरीदार इस कार को खरीदने के लिए चार सौ डालर जायदा देने को राजी हो जाएगा |

२८ जब आप कुछ खरीदना चाहते हो तो उस वस्तु के मालिक को यस अहसास करा दीजिये की उसकी वस्तु  उतनी कीमत लायक नहीं है | इससे उसके दामो पर जरुर असर पड़ेगा |

२९ जब मैं किसी के लिए कोई ईमारत या कोई  चीज बनाता हु , तो उसके दाम में ५० – ६० मिलियन बढ़ा देता हु |

३० जब में अपना मॉल ग्राहक को अनुभव और बुधि के बल पर नहीं बेच पाता , तो फिर मैं अपनी शक्ति और जोश का सहारा लेता हु |

३१ निर्णय लेने से पहले मैं औरो की सलाह लेना पसंद करता हु | जब तक मुझे अपनी आत्मा की आवाज सुनाई  नहीं देती , तब तक में पूछता रहता हु | इसके बाद ही मैं कुछ तय करता हु | बड़ी कंसल्टिंग कंपनी के बजाय मुझे अपने दिल की बात सुनकर जायदा फायदा हुआ है |

३२ मई जानता हु की यदि मैं धेर्य से काम लू और अपनी आखे व् कान खुले रखु तो अखी में मुझे अच्छा मौका जरुर मिलेगा