बेन ग्राहम फंडामेंटल एनालिसिस के पितामाह कहे जाते है , वह वारेन बफेट के गुरु भी रहे है और बहुत ही विख्यात वाल्यु इन्वेस्टर
१. वाल स्ट्रीट में बैठे लोग कुछ भी नहीं सीखते और बड़ी आसानी से सब कुछ भूल भी जाते है |
२. बिलकुल सामान्य माने जाने वाले शेयरों के दामो को ऊँचा ले जाने या गिराने में सटोरिया का बड़ा हिस्सा होता है | बाजार में दहशत , आशा और लोभ का जन्म इसी से होता है |
३. सामान्य निवेशक को वायदों और सट्टे में रूचि नहीं दिखानी चाहिए | जब आप कोई शेयर खरीदे , तो उसके पीछे एक ठोस तर्क होना चाहिए | आपको यह ठीक ठाक पता होना चाहिए की जो पैसा आप बाजार में लगा रहे है , वो कितना फायदा लाएगा |
४. में बेहतर अवसरों की खोज में सुरक्षा की तकनीको की वकालत नहीं करता |
५. जहा दुसरे क्षेत्रो में उत्साह उपलब्धियों के लिए अवश्युअक है , वाही वाल स्ट्रीट पर येही उत्साह असफलता का कारन बनता है |
६ यदि आप सामान्य शेयर खरीद रहे हो , तो उन्हें इस तरह चुने जैसे आप किराने का सामन खरीद रहे है , इस तरह नहीं जैसे परफ्यूम खरीद रहे हो |
७ जो व्यक्ति अपनी भावनाओ पर काबू नहीं रख पाते , वे निवेश प्रक्रिया में मुनाफा कमाने के मामले में कमजोर साबित होते है |
८ सही निवेश के बुनियादी सिद्धांत दशक दर दशक नहीं बदलने चाहिए , लेकिन इन सिधान्तो पर अमल करने के तरीके , बढ़िया साधन और माहोल के हिसाब से जरुर बदलते रहने चाहिए
९ निवेशक की सबसे बड़ी समस्या और उसका सबसे बुरा दुश्मन भी वह खुद होता है
१० निवेशक के लिए कीमतों में उतार चढाव का सिर्फ एक ही मतलब है एक एसा अवसर जहा कीमते गिरने पर बुद्धिमानी से खरीदारी की जाती है और उसकी कीमते बढ़ने पर उसे बेच दिया जाता है | अन्य समय में बेहतर होगा की निवेशक शेयर बाजार के बारे में भूल जाए और केवल डिविडेंड और कम्पनियों के ऑपरेटिंग रिजल्ट्स पर ध्यान दे |
११. निवेशक और सटोरिये के बीच सबसे बड़ा अंतर स्टाक मार्किट के उतार चढाव के प्रति उनके नजरिये में होता है | सटोरिये की मुख्या दिलचस्पी बाजार के उतार चढाव का कयास लगाने और फायदा उठाने में होती है | निवेशक की मुख दिलचस्पी सही शेयर को उचित दाम पर खरीदने और संभालने में होती है |
१२ अपना व्यवसाय किसी और के भरोसे न छोड़ दे , जब तक की आप उसके काम पर नजर न रख पाए या उसके काम करने के तरीके को समझ न पाए, आपके पास उसकी क्षमता पर विश्वास करने के ठोस कारन न हो | इस नियम से निवेशक के लिए वे इस्तिथिया तय हो जानी चाहिए , जिनके अंतर्गत वह किसी दुसरे को अपने पैसे का इस्तेमाल करने की इजाजत देगा |
१३ मुनाफे के लिए उठाये जाने वाले आपके कदम गणितीय आकड़ो पर आधारित होने चाहिए , न की आशावादिता पर |
१४ संतोषजनक निवेश परिणाम पाना आसान है , लेकिन अधिकान्श लोगो को यह कठिन लगता है | जबकि उन्हें बेहतरीन परिणाम पाना आसान लगता है , जो की असल में कठिन है |
१५ यह सोचना निरर्थक है की आम आदमी कभी शेयर बाजार के आलावा कही और से भी अच्छा पैसा कमा सकता है |
१६ आप सिर्फ इसलिए सही या गलत नहीं हो जाते , क्योकि भीड़ आपसे सहमत नहीं है | आप इसलिए सही होते है , क्योकि आपके आकडे और तर्क सही है |